टीकमगढ़ के चकरा तिगेला पर स्थित एलजेसीसी कंपनी जो लगभग 12 वर्षो से संचालित थी
इनका फर्जीवाड़ा तब सामने आया जब कुछ निवेसको द्वारा टीकमगढ़ पुलिस अधीक्षक रोहित कसवानी को उक्त कंपनी के कर्मचारियों द्वारा पैसे नही लौटाने की शिकायत की गई ,
तत्परता दिखाते हुए पुलिस अधीक्षक के द्वारा थाना प्रभारी कोतवाली आनंद राज को निर्देशित किया गया,जिस पर लगभग एक सप्ताह के अंदर ही पुलिस अधीक्षक के निर्देशन में थाना प्रभारी आनंद राज द्वारा टीम गठित कर कड़े संघर्ष के बाद आरोपियों की धर पकड़ का शिलसिला सुरू हुआ, पकड़े गए आरोपी सुबोध रावत,अजय तिवारी,राहुल यादव, जिया लाल राय एवम विजय शुक्ला के द्वारा बताया गया कि एलजेसीसी कंपनी के माध्यम से वह स्वयं वा समीर अग्रवाल,रवि तिवारी,आलोक जैन व अन्य साथियों के साथ मिलकर संगठित गिरोह के रूप में 2012 से फर्जीवाड़ा कर लोगो की निवेश की हुई रकम हड़प रहे है एवम करोड़ों रुपए की संपत्ति अपने व परिजनों के नाम जमा कर रहे हैं साथ साथ उनके द्वारा स्वीकारा गया कि पिछले 12 वर्षो में पहली बार इनके ऊपर पुलिस कार्यवाही हुई है,
इनके ऊपर अपराध धारा 111,318 61(2) बी. एन. एस में पंजीबद्ध कर लिया गया है,
आरोपियों की चल अचल संपत्ति कुल चार करोड़ पंद्रह लाख छब्बीस हजार जप्त कर सीज कराई गई।
In 7 न्यूज़ क़े लिये अरुण जैन क़े साथ मनीष सोनी की रिपोर्ट