विकासखंड चितरंगी के घोघरा ग्राम पंचायत अंतर्गत अमरहवा गांव में विशालकाय मगरमच्छ दिखने से हड़कंप मच गया।
गांव के पास ही बहने वाली सोन नदी से निकलकर 6 फिट का मगरमच्छ गांव के खेतों तक पहुंच गया था. फौरन इसकी सूचना सोन घड़ियाल अभ्यारण के कर्मचारियों को दी गई जहां मौके पर पहुंची टीम ने कड़ी मशक्कत के बाद रेस्क्यू कर मगरमच्छ को वापस सोन नदी में छोड़ दिया गया।
मिली जानकारी के अनुसार अमरहवा गांव निवासी रामबहोर बैस पिता रामसजीवन बैस के खेत से लगें तालाब में मगरमच्छ घुस गया। तालाब में किसान ने मछली पालन किया था जहां तालाब की कुछ मछलियों को अपना शिकार बनाने की आसंका है,वही संबंधित विभाग को ग्रामीणों द्वारा सूचना दी गई जहां मामले को तत्काल संज्ञान में लेते हुए रेंजर सोन घड़ियाल रणमत सिंह एवं डिप्टी रेंजर राम प्रताप सिंह के साथ वन रक्षकों की टीम सुबह 9 बजे मौके पर पहुंची और करीब 2 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद मगरमच्छ को रस्सी के सहारे बांधकर बोरे में बंद कर लिया और मगरमच्छ को सुरक्षित सोन नदी में छोड़ दिया.
बताया जा रहा है कि यह मगरमच्छ करीब 6 फीट का था। ग्रामीणों ने बताया कि यह मगरमच्छ सोन नदी से निकलकर यहां तक आ पहुंचा था. बरसात के दिनों ने मगरमच्छ रिहाइशी इलाकों में आ जाते हैं. मगरमच्छ को रेस्क्यू करने में वन रक्षक शुभम सिंह,पंकज विश्वकर्मा एवं सुरक्षाकर्मी लक्ष्मण पनिका,राजनाथ केवट तथा सहयोगी योगेंद्र प्रताप सिंह की महत्वपूर्ण भूमिका रही।
सिंगरौली से कैमरामैन सूर्य प्रताप सिंह चंदेल के साथ बाबू श्री मान सिंह चंदेल की ब्यूरो रिपोर्ट