नई दिल्ली के भारत मंडपम में चल रहे यूनेस्को विश्व धरोहर समिति के 46वें सत्र के दौरान मध्यप्रदेश टूरिज्म बोर्ड का एग्जीबिशन आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। नागालैंड के उच्च शिक्षा और पर्यटन मंत्री तेमजेन इमना एलोंग ने एग्जीबिशन का अवलोकन किया और पर्यटन स्थलों की जानकारी ली। उन्होंने वर्चुअल रियलिटी (वीआर) डिवाइस से प्रदेश के पर्यटन स्थलों का आभासी अनुभव लिया। एलोंग ने वीआर तकनीक से अनुभव की सराहना की। उन्होंने धार जिले के बाग प्रिंट स्टॉल का अवलोकन भी किया। उन्होंने स्टॉल पर बाग हस्तकला की बारीकियों को समझा और बाघ प्रिंट के ठप्पा लगाये।
इसके पूर्व राज्यसभा सांसद, लेखिका एवं समाजसेविका सुधा मूर्ति ने भी एग्जीबिशन का अवलोकन किया। एग्जीबिशन में मौजूद टूरिज्म बोर्ड के कर्मचारियों ने उन्हें प्रदेश में मौजूद यूनेस्को विश्व धरोहर सूची में शामिल 3 स्थल एवं संभावित सूची में मौजूद 11 स्थलों की जानकारी दी। मूर्ती ने राज्यसभा में प्रदेश के पर्यटन स्थलों पर दिये गए भाषण का जिक्र करते हुए कहा कि ओरछा, चंदेरी, मांडू काफी अच्छी जगह हैं घूमने के लिये। उन्होंने एग्जीबिशन पर रतलामी सेंव का भी स्वाद लिया।
उल्लेखनीय है कि, यूनेस्को विश्व धरोहर समिति का यह सत्र 21 से 31 जुलाई 2024 तक दिल्ली स्थित भारत मंडपम में चल रहा है। प्रदेश के एग्जीबिशन में भोपाल का जरीजरदोजी बटुआ, गोंड पेंटिंग, डोकरा आर्ट, काथा वर्क बेग, यूनेस्को सूची में शामिल गंतव्यों के ब्रोशर, किताबें, कॉफी टेबल बुक, बुकलेट्स इत्यादि सामग्री आगंतकुओं के देखने के लिये रखी गई है।