वृक्षाबंधन कार्यक्रम के तहत मानिकपुरा में 1100 वृक्ष लगाए जाएंगे, शहर के प्रबुद्धजन और पर्यावरण प्रेमी रहेंगे शामिल

टीकमगढ़। स्थानीय सर्किट हाउस टीकमगढ़ में ‘वृक्षाबंधन कार्यक्रम’ की कार्ययोजना पर एक महत्वपूर्ण प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की गई। इस अवसर पर कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक डॉ. योगरंजन, श्री अमित नुना, डॉ. बीके राय, अश्वनी चढ़ार, आर.के. त्रिपाठी, आर.के. अरजारिया, मनीष श्रीवास्तव, राकेश मिश्रा, प्रफुल्ल द्विवेदी, स्वप्निल तिवारी, आदित्य योगी सहित कई समाजसेवी, पर्यावरण प्रेमी और स्वयंसेवक उपस्थित रहे।
प्रेस को संबोधित करते हुए डॉ. योगरंजन ने बताया कि आगामी 25 अगस्त को मानिकपुरा में कृषि केंद्र की भूमि पर वृक्षाबंधन कार्यक्रम के तहत 1100 नीम के वृक्ष रोपे जाएंगे। इन वृक्षों की ऊंचाई लगभग 10-11 फीट होगी। इस महत्त्वाकांक्षी कार्यक्रम में शहर के 5000 से अधिक लोगों की उपस्थिति की संभावना है। आमजन के साथ-साथ सरकारी और निजी संस्थाएं भी इस कार्यक्रम में भाग लेंगी।
कार्यक्रम में लगाए गए वृक्षों की सुरक्षा के लिए रक्षा सूत्र बांधे जाएंगे, और इन वृक्षों के संरक्षण का संकल्प लिया जाएगा। कृषि केंद्र की भूमि पर बाउंड्री वॉल और पानी की सुविधा होने से इन वृक्षों का उचित देखभाल संभव हो सकेगा। यह वृक्षारोपण न केवल जिले के लिए एक रिकॉर्ड होगा, बल्कि अन्य जिलों को भी प्रेरित करेगा।
डॉ. योगरंजन ने कहा कि नीम के वृक्ष में एंटीबैक्टीरियल, एंटीफंगल, एंटी इंफ्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं। यह वृक्ष लंबे समय तक बिना किसी रोग के जीवित रह सकते हैं और आने वाली पीढ़ी के लिए एक अच्छा उपहार साबित होंगे। वृक्षारोपण हमारे ग्लोबल सिस्टम को संचालित करने, ऑक्सीजन प्रदान करने और मौसम को नियंत्रित करने में सहायक होते हैं।
आज के समय में वृक्षों की कमी के कारण गंभीर बीमारियां और नकारात्मक जलवायु परिवर्तन हो रहे हैं। इस कार्यक्रम का उद्देश्य पर्यावरण की सुरक्षा और आने वाली पीढ़ियों के लिए एक सुरक्षित भविष्य सुनिश्चित करना है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *