टीकमगढ़//टीकमगढ़ के ख्यातिप्राप्त साहित्यकार एवं म.प्र.लेखक संघ के टीकमगढ जिलाध्यक्ष राजीव नामदेव ‘राना लिधौरी’ को म.प्र.लेखक संघ भोपाल के 31वें वार्षिक सम्मान समारोह में प्रतिष्ठित कस्तूरी देवी लोकभाषा सम्मान-2024 से विभूषित किया। भोपाल के मानस भवन में उक्त सम्मान एक भव्य कार्यक्रम में प्रदान किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि संतोष चैबे कुलाधिपति रविन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय भोपाल, अध्यक्षता पूर्व संसद रघुनंदन शर्मा ने की एवं सारस्वत अतिथि के रूप में डाॅ. उमाशंकर पचैरी रहे। सभी का आभार लेखक संघ के प्रदेशाध्यक्ष राजेन्द्र गट्टानी ने व्यक्त किया।
यह सम्मान मध्यप्रदेश के ऐसे लेखक को दिया जाता है जिसने लोकभाषा में लेखन करके प्रदेश का गौरव बढ़ाया है जिसके तहत राना लिधौरी को बुन्देली लोकभाषा में उत्कृष्ट लेखन के लिए यह सम्मान प्रदान किया जायेगा।
गौरतलब हो कि राना लिधौरी की अब तक 5 बुन्देली एवं 4 हिन्दी में पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी है एवं 16 पुस्तकों का संपादन करते हुए 137 ‘ई बुकों’ का संपादन एवं प्रकाशन कर चुके हैं। टीकमगढ़ जिले से प्रकाशित होने वाली एकमात्र साहित्यक पत्रिका ‘‘आकांक्षा’’ का प्रकाशन विगत 19 सालों से नियमित करते आ रहे हैं। चार साल से ‘अनुश्रुति’ नाम से एक बुन्देली की त्रैमासिक ई पत्रिका का भी नियमित प्रकाशन कर रहे है। ‘राना लिधौरी द्वारा ‘बुन्देलखण्ड के आधुनिक कवि गं्रथ का प्रकाशन किया गया है, जो कि बहुत चर्चा में है। राना लिधौरी के हिन्दी एवं बुन्देली ब्लाग को अब तक 87 देशों के लगभग एक लाख नब्बे हजार पाठक पढ़ चुके हैं। इसके पूर्व राना लिधारी को उनकी कृति ‘लुक-लुक की बीमारी’ बुंदेली (गद्य व्यंग्य संग्रह) तत्कालीन राज्यपाल मध्यप्रदेश मान.आनंदी बेन पटेल द्वारा सन् 2018 में भोपाल में 5000रूपए शांति देवी पुरस्कार से सम्मानित किया था। तीन राज्यपाल सहित देशभर से लगभग 200 सम्मान प्राप्त ‘राना लिधौरी’ हिन्दी एवं बुन्देली में साहित्य के लिए समर्पित राना लिधौरी आजकल खूब सुर्खियों में है हाल की में उनका ‘राना लिधौरीः गौरव ग्रंथ 426 पेजों में प्रकाशित हुआ है।
इस उपलब्धि पर राना लिधौरी को जिले में साहित्यकारों ने बधाइयाँ एवं शुभकामनाएँ दी है जिसमें प्रमुख रूप से पं. हरिविष्णु अवस्थी, रामगोपाल रैकवार, एन.डी.सोनी विजय मेहरा,प्रमोद मिश्रा,उमाशंकर मिश्रा, प्रदीप खरे,वीरेन्द्र चंसौरिया,शीलचन्द्र जैन, चाँद मोहम्मद,सुभाष सिंघई, यदुकुल नंदन खरे,डाॅ. प्रीति सिंह परमार, कैलाश श्रीवास्तव आदमी, अनिल अयान,डाॅ. राज गोस्वामी, मीरा खरे, एस.आर. सरल,कमलेश सेन, रविन्द्र यादव,विद्या शरण खरे,डाॅ. रेणु श्रीवास्तव, सहित अनेक साहित्यकार हैं।
मनीष सोनी की रिपोर्ट