‘राना लिधौरी’ के ब्लाग पाठक व्यू संख्या दो़ लाख से अधिक पहुँची-

टीकमगढ़//बुन्देलखण्ड के ख्यातिप्राप्त कवि राजीव नामदेव ‘राना लिधौरी की के ब्लाग पाठक व्यू संख्या आज दो लाख को पार कर गयी है अब तक उनके 91 देशों के 200083 पाठक है एवं सोशल मीडिया पर पाँच लाख से अधिक पाठक हैं उनके ब्लाग *राजीवरानालिधौरीब्लाग स्पाट डाॅट काम *(Blog – rajeevranalidhori.blogspot.com)*
को बहुत पसंद किया जा रहा है। राना लिधौरी ने बताया कि उनके ब्लाग पर 881 पोस्ट में हिन्दी एवं बुन्देली में कविताएँ एवं आलेख आदि लिखे गए हैं। जिनको 91 देशों के लोग पढ़ते हैं। इस प्रकार से राना लिधौरी हिन्दी एवं बुन्देली को विश्वपटल पर लोकप्रिय बनाने में अपनी अहम भूमिका अदा कर रहे है।और टीकमगढ़ जिले का नाम पूरे विश्व में लोकप्रिय कर रहे हैं।
गौरतलब हो कि राना लिधौरी की अब तक 5 बुन्देली एवं 6 हिन्दी में पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी है तथां 18 पुस्तकों का संपादन करते हुए 137 ‘ई बुकों’ का संपादन एवं प्रकाशन कर चुके हैं। टीकमगढ़ जिले से प्रकाशित होने वाली एकमात्र साहित्यक पत्रिका ‘‘आकांक्षा’’ का प्रकाशन विगत 20 सालों से नियमित करते आ रहे हैं। विगत चार सालों से ‘अनुश्रुति’ नाम से एक बुन्देली की त्रैमासिक ई पत्रिका का भी नियमित प्रकाशन कर रहे है। ‘राना लिधौरी द्वारा ‘बुन्देलखण्ड के आधुनिक कवि ग्रंथ का प्रकाशन किया गया है, जो कि बहुत चर्चा में है। राना लिधौरी के हिन्दी एवं बुन्देली ब्लाग को अब तक 91 देशों के दो लाख से अधिक पाठक पढ़ चुके हैं। इसके पूर्व राना लिधौरी को उनकी कृति ‘लुक-लुक की बीमारी’ बुंदेली (गद्य व्यंग्य संग्रह) तत्कालीन राज्यपाल मध्यप्रदेश मान.आनंदी बेन पटेल द्वारा सन् 2018 में भोपाल में 5000रुपए शांति देवी पुरस्कार से सम्मानित किया था। सन् 2023 में साहित्य अकादमी का इक्यावन हज़ार रुपए का ‘छत्रसाल पुरस्कार’ भी आपको प्राप्त हो चुका है। तीन राज्यपाल सहित देशभर से लगभग 170 सम्मान प्राप्त ‘राना लिधौरी’ हिन्दी एवं बुन्देली में साहित्य के लिए समर्पित राना लिधौरी आजकल खूब सुर्खियों में है हाल की में उनका ‘राना लिधौरीः गौरव ग्रंथ 426 पेजों में प्रकाशित हुआ है।
राना लिधौरी के 91 देशों के ब्लाग पाठकों में कुछ प्रमुख पाठकों की देशबार संख्या निम्नलिखित है-
(01) भारत-1.59 लाख (02) अमेरिका-10.8 हजार,(03) सिंगापुर-10.8 हजार,(04) नीदरलैंड-2055, (05) रूस-1066 (06)जर्मनी-1003,
(07) इजराइल-873, (08) हांगकांग-837,(09) यूनाइटेड किंगडम-736,(10) स्वीडन-581,(11) पुर्तगाल-547, (12) आयरलैंड-515, (13) कनाडा-496, (14) फिनलैंड-452, (15) फ्रांस-397, (16) इंडोनेषिया-143,(17)-यूक्रेन-116,(18)पोलेंड-90, (19) संयुक्त अरब अमीरात-82,(20) तुकर्मेनिस्तान-80,(21) नेपाल-70,(22) ब्राजील-61,(23) वियतनाम-56, (24) वेनेजुएला-42,(25) जापान-38, (26) आस्ट्रेलिया-37, (27) चेकिया-35, (28) स्पेन-30, (29) स्विटजरलैंड -30 (30) चीन-24,,(31) द.कोरिया-24, (32) मलेषिया-24 (33) मैक्सिका-22, (34) तुर्की-20, (35) थाईलैंड-16 (36) बांग्लादेष-15, (37) ताइवान-11, (38) आस्ट्रिया-11, (39) केन्या-9, (40) नार्वे-9, (41) रोमानिया-08 (42) फिलीपींस-8, (43)-बेल्जियम-7, (44) श्रीलंका-06, (45) सर्बिया-06, (46) मारीशस-5, (47) इटली-06, (48) कतर-5, (49) इक्वाडोर -4, (50) ब्रिटेन-4, (51) ओमान-4, (52) अंजेनटाइना-04, (53) ईरान-04, (54) लाग्जवर्ग-03, (55) द.अफ्रीका-02, (56) रवांडा-02, , (57) साउदी अरब-02, (58) ग्वाटेमाला-02, (59) जार्जिया-02, (60) किग्रिस्तान-02, (61) स्लोवकानिया-2(62) पनामा-02, (63) यूनान-1, (64) गिनी-1, (65) न्यूकेलेडोनिया-1, (66) लाइबेरिया-1, (67) मकाउ-1, (68) बोत्साना-01, (69) कांगोकिरांग-1, (70) नाइजीरिया-1, (71) साइप्रस-1, (72) अजरवैजान-1, (73) कजाकिस्तान-1, (74) बोलिविया-1, (75) पाकिस्तान-1, (76) डेनमार्क-1, (77) आइसलैंड-1,(78) मंगोलिया-1, (79)-यमन-1, (80) त्रिनिदाद,टुबैको-1, (81) चैक गणराज्य-1, (82) बहरीन-1, (83) मिश्र-1, (84) कुवैत-1, (85) म्यांमार (वर्मा)-1, (86) न्यूजीलैंड-1, (87) फिजी-1,
(88) लातविया-1, (89) होंडूरास-1,(90) पोटोरिको-1, (91) इराक-1, (92 ) अज्ञात क्षेत्र-8066 पाठक व्यू हैं ।
इनके अलावा सोशल मीडिया के अन्य प्लेटफार्म साहित्यपीडिया-173759, प्रतिलिपि- 27289 (272),
यू ट्यूब-29000(197), कुटुंब ऐप-12209(226),
पब्लिक ऐप-6806, फेसबुक-3986, नोजोटो 3472, लघुकथा कोष-1299, फेसबुक पेज-3900, जय बुंदेली साहित्य समूह फेसबुक पेज-1026, इंस्टाग्राम 387, डेलीहंट-154, शब्द इन-107(19) ट्वीटर-24, एवं एक्सपर-18 फालोवर हैं।
इस उपलब्धि पर राना लिधौरी को जिले में साहित्यकारों ने बधाइयाँ एवं शुभकामनाएँ दी है जिसमें प्रमुख रूप से पं. हरिविष्णु अवस्थी, श्री रामगोपाल रैकवार, एन.डी.सोनी विजय मेहरा,प्रमोद मिश्रा,उमाशंकर मिश्रा, शील चन्द्र जैन, चाँद मोहम्मद,सुभाष सिंघई,डाॅ. प्रीति सिंह परमार ,प्रदीप खरे, कैलाश श्रीवास्तव आदमी, अनिल अयान,डाॅ. राज गोस्वामी,मीरा खरे,एस.आर.सरल,कमलेश सेन, रविन्द्र यादव,वीरेन्द्र चंसौरिया, विद्या शरण खरे, डाॅ. रेणु श्रीवास्तव, सहित अनेक साहित्यकार हैं।

मनीष सोनी की रिपोर्ट

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