भोपाल. केंद्रीय पर्यटन मंत्रालय की सर्वश्रेष्ठ ग्राम पर्यटन प्रतियोगिता में एक बार फिर मध्यप्रदेश ने अपना परचम लहराया है। अंतर्राष्ट्रीय पर्यटन दिवस के मौके पर मध्यप्रदेश के प्राणपुर, साबरवानी और लाडपुरा खास को देश का सर्वश्रेष्ठ पर्यटन ग्राम घोषित किया गया है। प्राणपुर को क्राफ्ट श्रेणी और साबरवानी व लाडपुरा खास को रिस्पॉन्सिबल टूरिज्म श्रेणी में चुना गया है। शुक्रवार को नई दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित हुए समारोह में म.प्र. टूरिज्म बोर्ड की अपर प्रबंध संचालक बिदिशा मुखर्जी ने ग्रामीण प्रतिनिधियों के साथ यह सम्मान ग्रहण किया। सर्वश्रेष्ठ पर्यटन ग्राम प्रतियोगिता केंद्रीय पर्यटन मंत्रालय द्वारा सांस्कृतिक व प्राकृतिक संपदा को संरक्षित रखते हुए समुदाय आधारित मूल्यों व जीवन शैली को बढ़ावा देने के उद्देश्य से आयोजित की जाती है। देशभर से कुल 900 गांवों से प्रविष्टियां प्राप्त हुई थी, जिसमें से सर्वश्रेष्ठ पर्य़टन ग्राम के लिये 36 गांवों का चयन किया गया।
प्रमुख सचिव पर्यटन व संस्कृति विभाग एवं प्रबंध संचालक म.प्र. टूरिज्म बोर्ड शिव शेखर शुक्ला ने बताया कि “हमें गर्व है कि प्रदेश के प्राणपुर, साबरवानी, और लाडपुरा खास ग्राम को सर्वश्रेष्ठ पर्यटन ग्राम प्रतियोगिता में चयनित किया गया है। यह उपलब्धि ग्रामीण पर्यटन को बढ़ावा देने की दिशा में हमारी प्रतिबद्धता का प्रमाण है। इन गांवों में न केवल स्थानीय संस्कृति और परंपराओं का संरक्षण किया गया है, बल्कि पर्यटन के माध्यम से स्थानीय समुदायों को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के प्रयास भी किए गए हैं। हम इस पहल को और आगे बढ़ाने के लिए कृतसंकल्प हैं, ताकि राज्य के अन्य ग्रामीण क्षेत्रों को भी पर्यटन मानचित्र पर उचित स्थान मिल सके।”
विश्व स्तरीय पहचान मिलेगी
अपर प्रबंध संचालक बिदिशा मुखर्जी ने बताया कि सर्वश्रेष्ठ पर्यटन ग्राम के रूप में सम्मानित होने से प्राणपुर, साबरवानी व लाडपुरा खास को विश्व स्तरीय पहचान मिलेगी। देशी-विदेशी पर्य़टकों के आगमन में बढ़ोतरी होगी, जिससे यहां स्थानीय रोजगार बढ़ेगा व गांव की अर्थव्यवस्था का विकास होगा। गांवों में प्राचीन कला, शिल्प और सांस्कृतिक परंपराओं का संरक्षण होगा, जिससे आने वाली पीढ़ियों तक यह धरोहर सुरक्षित रहेगी। उल्लेखनीय है कि, 2023 में पन्ना जिले का मडला एवं सीधी जिले का खोखरा सर्वश्रेष्ठ पर्यटन ग्राम घोषित किया था।
सर्वश्रेष्ठ पर्यटन ग्राम से सम्मानित ग्रामों का संक्षिप्त विवरण
प्राणपुर के बारे में
जिला अशोकनगर की तहसील चंदेरी से 4 कि.मी. दूर प्राणपुर को देश के पहले क्राफ्ट हैंडलूम टूरिज्म विलेज के रूप में विकसित किया गया है। यहां बनुकरों के लगभग 243 घरों में हथकरघा बुनाई का कार्य किया जाता है, गांव में लगभग 550 हाथकरघों पर लगभग 900 बुनकर चन्देरी वस्त्रों की बुनाई करते हैं। 06 मार्च 2024 को म.प्र. के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, केन्द्रीय नागरिक उड्डयन एवं इस्पात मंत्री ज्योतिरादित्य सिन्धिया, द्वारा परियोजना का शुभारंभ किया गया था।
साबरवानी के बारे में
छिंदवाड़ा जिले की तामिया तहसील में बसा सबरवानी गांव समृद्ध गोंड जनजातीय संस्कृति को दर्शाता है। सतपुड़ा राष्ट्रीय उद्यान के बफर जोन से घिरा यह गांव शांत वातावरण, पक्षियों की प्रचुर प्रजातियां और मनोरम परिदृश्यों से भरा हुआ है। यहां टूरिज्म बोर्ड द्वारा 9 होमस्टे तैयार किये जा चुके हैं। विलेज वॉक, प्राकृतिक खेती, बैलगाड़ी की सवारी, मछली पकड़ना, पक्षी देखना, साइकिल चलाना, स्टारगेजिंग जैसी गतिविधियों का आनंद लेते हैं। मक्के की रोटी, चने की भाजी और चना दाल जैसे स्वादिष्ट व्यंजनों का लुत्फ़ उठाते हैं।
लाडपुरा खास के बारे में
निवाड़ी जिले में ओरछा से 8 किलोमीटर दूर स्थित लाडपुरा खास को मध्यप्रदेश टूरिज्म बोर्ड के रिस्पॉन्सिबल टूरिज्म मिशन के तहत पहले ग्रामीण पर्यटन गांव होने का गौरव प्राप्त है। बुंदेलखंड सांस्कृतिक क्षेत्र के केंद्र में बसा लाडपुरा खास मेहमानों को बेहतरीन बुंदेली संस्कृति और परंपराओं से अवगत कराने का एक अनूठा अवसर प्रदान करता है। मनमोहक परिदृश्यों, वादियों, कृषि क्षेत्रों और ग्रामीण जीवन से घिरा लाडपुरा खास प्रकृति के सुरम्य नजारों से भरपूर है। स्थानीय वास्तुकला में निर्मित और हाथ से बनाई गई दीवार पेंटिंग से सजे होमस्टे, लाडपुरा खास के आकर्षण हैं।