चितरंगी 1 जनवरी। चितरंगी जनपद शिक्षा केन्द्र के बर्खास्त बीआरसीसी की चल-अचल संपत्ति को कुर्क करने की तैयारी में कोतवाली पुलिस लगी हुई है। हालांकि अभी तक बर्खास्त बीआरसीसी के पुस्तैनी गृह ग्राम बरहट गांव की संपत्ति को खंगाली है। देवसर में संपत्तियों का पता लगा रही है।
गौरतलब है कि क क्षा 1 से लेकर 8वीं तक की कक्षाओं की नि:शुल्क पाठ्य-पुस्तको को कबाड़ियों के हाथ बेचे जाने के मामले में कोतवाली पुलिस बैढ़न ने सितम्बर माह के दूसरे सप्ताह में अपराध पंजीबद्ध किया है। इस खेल में तत्कालीन बीआरसीसी सियाराम भारती समेत पिपरवान विद्यालय के प्रधानाध्यापक रामेश्वर जायसवाल व ब्लॉक पुस्तक प्रभारी शिव कुमार मिश्रा शामिल थे। जिनके विरूद्ध अपराध दर्ज है। लेकिन नि:शुल्क पुस्तको को कबाड़ी के हाथ बेचे जाने का असली मास्टरमाईंड एवं सातिर खिलाड़ी बर्खास्त बीआरसीसी सियाराम भारती को ही माना जा रहा है। बाते यहां तक निकल रही हैं कि पिछले वर्षो में भी नि:शुल्क पाठ्यु-पुस्तके कबाड़ियों के हाथ बिक्र ी की गई थी। लेकिन यह बात किसी को कानो-कान खबर नही लगी थी। लेकिन इस बार बर्खास्त बीआरसीसी पुलिस के चंगुल में फस गया। इधर अपराध पंजीबद्ध होने के बाद से ही सियाराम भारती फरार है। जबकि निलंबित दोनों शिक्षक पचौर जेल में बन्द हैं। उक्त अपराध के तीनों की जमानत भी उच्चतम न्यायालय से खारिज हो चुकी है। ऐसी जन चर्चाएं हैं। उधर फरार भारती पर एसपी के हाथ से ईनाम भी घोषित है। वही पुलिस सूत्र बताते हैं कि उसकी चल- अचल संपत्ति जप्त करने की भी कार्रवाई प्रचलित में है। उसकी पुस्तैनी गृह ग्राम बरहट के संपत्तियों का ब्यौरा एकत्रित कर ली है। जबकि अभी देवसर में स्थित संपत्तियों का डीटेल खंगालने में लगी हुई है। फिलहाल अभी भी बर्खास्त बहुचर्चित चितरंगी का बीआरसीसी फरार है। जिसकी तलाश भी पुलिस कर रही है। अब देखना है कि पुलिस कब तक में चर्चित सियाराम भारती के संपत्तियों को कुर्क करने की कार्रवार्र के गति को आगे बढ़ाती है।
सिंगरौली से कैमरामैन सूर्य प्रताप सिंह चंदेल के साथ बाबू श्री मान सिंह चंदेल की ब्यूरो रिपोर्ट
बर्खास्त बीआरसीसी की संपत्ति को खंगालने में जुटी कोतवाली पुलिस
