महिला सुरक्षा, स्वतंत्रता एवं समानता को समर्पित “नीड, परी, भरोसा, सहारा, आसरा” अभियान को जिला टीकमगढ़ में एक सामाजिक नवाचार के रूप में सफलतापूर्वक संचालित किया जा रहा है। यह अभियान पुलिस अधीक्षक मनोहर सिंह मंडलोई के निर्देशन में महिलाओं की गर्भ से लेकर बुढ़ापे तक की सुरक्षा और सहायता सुनिश्चित करने हेतु प्रारंभ किया गया है।
👉 इस अभियान के अंतर्गत गठित महिला पुलिस टीमों द्वारा शहर के विभिन्न क्षेत्रों में जाकर विभिन्न आयु वर्ग की बालिकाओं, महिलाओं, वृद्धों एवं जरूरतमंदों से संवाद स्थापित कर उनकी समस्याओं को समझा गया तथा सहायता उपलब्ध कराई गई।
👉 टीकमगढ़ पुलिस की 05 महिला पुलिस टीमों (कुल 20 महिला पुलिसकर्मी) ने “नीड, परी, भरोसा, सहारा, आसरा” लिखी तख्तियों के साथ अरिहंत सोनोग्राफी सेंटर, श्रेया मानव कल्याण बालगृह, हरिओम लाइब्रेरी, बीड़ी कॉलोनी एवं मातृ-पितृ वृद्धाश्रम में विशेष कार्यक्रम आयोजित किए।
👉 इन कार्यक्रमों में उपस्थित महिलाओं, बालिकाओं, वृद्धजनों एवं आम नागरिकों से संवाद किया उन्हें जागरूक किया गया,उनकी समस्याओं को जाना गया तथा सहायता का आश्वासन भी दिया गया। इस दौरान बच्चों को टॉफियां, वृद्धजनों को फल और असहायों को राशन सामग्री वितरित की गई।
🔸 कार्यक्रम में सम्मिलित महिला पुलिसकर्मी:
प्रियंका परिहार, मीनू दुबे, आकांक्षा कटारे, मानसी तिवारी, प्रियंका सिकरवार, रोशनी पेठारी, रक्षा विदुआ, साधना तिवारी, अमीषा दीक्षित, रजनी जाटव, क्रांति अहिरवार, ज्योति समेले, अफरोज खान, प्रियंका पाठक, शिवानी दांगी, सुधा चौधरी, रामसखी अहिरवार, भारती यादव, सोनाली नायक एवं आरती कुशवाहा।
संचालकगण की सहभागिता:
बालगृह संचालक अजय जैन, लाइब्रेरी संचालक धीरेन्द्र प्रजापति एवं वृद्धाश्रम संचालक साधना सिंह की सक्रिय उपस्थिति रही।
यह अभियान जिले में महिला सशक्तिकरण एवं सामाजिक सहभागिता का सशक्त उदाहरण प्रस्तुत करता है और समाज में सुरक्षा, विश्वास एवं सहायता की भावना को प्रबल करता है।
मनीष सोनी की रिपोर्ट