साइबर अपराधों की बढ़ती घटनाओं को दृष्टिगत रखते हुए पुलिस अधीक्षक मनोहर सिंह मंडलोई द्वारा टीकमगढ़ जिले के सभी थानों में “साइबर हेल्प डेस्क” की स्थापना की गई है। यह पहल आम नागरिकों को साइबर अपराधों से सुरक्षा प्रदान करने, समय रहते राहत देने एवं जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से की गई है।
🔸प्रत्येक थाना में स्थापित इस हेल्प डेस्क में प्रशिक्षित पुलिस अधिकारी/कर्मचारियों की तैनाती की गई है, जिन्हें साइबर अपराध, सोशल मीडिया मॉनिटरिंग, गुम मोबाइल की ट्रेसिंग व प्राथमिक डिजिटल जांच में दक्ष बनाया गया है। उक्त स्टाफ को जिला साइबर सेल द्वारा विशेष प्रशिक्षण भी प्रदान किया गया है तथा निरंतर तकनीकी मार्गदर्शन उपलब्ध कराया जा रहा है।
👉 सुविधाएं एवं संरचना:
- प्रत्येक साइबर हेल्प डेस्क के लिए थाना स्तर पर पृथक कक्ष की व्यवस्था
- कंप्यूटर, प्रिंटर, इंटरनेट कनेक्टिविटी सहित आवश्यक फर्नीचर की उपलब्धता
- नागरिकों की जानकारी हेतु “साइबर हेल्प डेस्क” शीर्षक से स्पष्ट सूचना बैनर लगाया गया है
👉 सहायता के प्रमुख बिंदु:
- साइबर ठगी, ऑनलाइन फ्रॉड, ओटीपी धोखाधड़ी, बैंकिंग फ्रॉड आदि में त्वरित प्राथमिक सहायता
- गुम मोबाइल की सूचना दर्ज कर आवश्यक कार्रवाई की प्रक्रिया
- सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक पोस्ट, फर्जी प्रोफाइल, साइबर बुलिंग इत्यादि की निगरानी व त्वरित कार्रवाई
- आमजन को साइबर सुरक्षा संबंधी जागरूकता प्रदान करना
👉 पुलिस अधीक्षक श्री मंडलोई ने बताया कि—
“साइबर अपराध की घटनाओं पर तत्परता से कार्रवाई हेतु थानों पर ही प्रशिक्षित स्टाफ को नियुक्त किया गया है। अब आमजन को जिला मुख्यालय आने की आवश्यकता नहीं होगी। क्षेत्रीय स्तर पर ही त्वरित, सहज और प्रभावी सहायता उपलब्ध कराई जाएगी।”
यह व्यवस्था आम जनता को न केवल साइबर अपराधों से सुरक्षा प्रदान करेगी, बल्कि उन्हें डिजिटल सुरक्षा के प्रति जागरूक भी बनाएगी।
🔺टीकमगढ़ पुलिस नागरिकों से अपील करती है कि किसी भी साइबर अपराध की स्थिति में निकटतम थाना स्थित साइबर हेल्प डेस्क से संपर्क कर सहायता प्राप्त करें।
मनीष सोनी की रिपोर्ट