टीकमगढ़ पुलिस ने महिलाओं और बालिकाओं से संबधित अपराधों पर लगाम लगाने के लिए एक व्यापक अभियान चलाया है। यह अभियान मध्य प्रदेश पुलिस मुख्यालय के निर्देशों के अनुरूप शुरू किया गया है।
पुलिस अधीक्षक टीकमगढ़, रोहित काशवानी ने बताया कि महिलाओं और बालिकाओं की सुरक्षा पुलिस की सर्वोच्च प्राथमिकता है। इस अभियान के माध्यम से हम न केवल अपराधों को रोकना चाहते हैं बल्कि जनता को जागरूक भी करना चाहते हैं।
अभियान के प्रमुख बिंदु: :-
👉 पिछले 10 वर्षों के अपराधियों पर निगाह : पुलिस ने पिछले 10 वर्षों में महिलाओं और बालिकाओं से संबधित अपराधों के आरोपियों की सूची तैयार की है और उन्हें चिन्हित किया गया है। इन आरोपियों पर निगाह रखी जा रही है । इन्हे समझाइश दी जा रही है और इनके विरुद्ध प्रतिबंधात्मक कार्रवाई की जा रही है। इनकी डोजियर तैयार की जा रही है।
👉 एक से अधिक अपराध कारित करने वाले अपराधियों पर कड़ी नजर : एक से अधिक इस प्रकार के अपराधों में लिप्त आरोपियों की हिस्ट्रीशीट खोली जाएगी एवं उनके जमानत निरस्तीकरण की कार्यवाही की जायेगी।
👉 छात्र-छात्राओं की सुरक्षा हेतु उपाय टीकमगढ़ पुलिस द्वारा जिले के समस्त स्कूल, कॉलेज, हॉस्टल कोचिंग संस्थानों के मैनेजमेंट से संपर्क कर छात्र-छात्राओं की सुरक्षा हेतु ब्लैक स्पॉट चिन्हित कर सीसीटीवी कैमरे लगवाने एवं इन संस्थानों में कार्यरत टीचर्स, बस ड्राइवर- क्लीनर, सफाई कर्मियों, एवं अन्य सहायक स्टाफ के वेरिफिकेशन करवाने हेतु निर्देशित किया जा रहा है ।
👉 स्कूली बच्चों में जागरूकता : पुलिस द्वारा स्कूलों एवम छात्रावासो में जाकर बच्चों को ‘गुड टच’ और ‘बैड टच’ के बारे में विस्तार से बताया जा रहा है। साथ ही, बच्चों को महिला हेल्पलाइन नंबर 1090 और चाइल्ड हेल्पलाइन नंबर 1098 के बारे में भी जानकारी दी जा रही है।
👉 साइबर अपराधों से बचाव बच्चों को साइबर अपराधों के खतरों से भी अवगत कराया जा रहा है। पुलिस ने बच्चों को बताया है कि साइबर फ्रॉड क्या होता है और इससे कैसे बचा जा सकता है। साइबर हेल्पलाइन नंबर 1930 के बारे में भी जानकारी दी जा रही है।
👉 ‘मैं हूं अभिमन्यु’ अभियान– पुरुषों में महिलाओं एवं बच्चों की सुरक्षा से संबंधी भावना जागृत कर लैंगिक असमानता दूर करने हेतु पुलिस मुख्यालय , भोपाल के मार्गदर्शन में ‘मैं हूं अभिमन्यु’ अभियान चलाया जा रहा है।
आज दिनांक तक इस अभियान अंतर्गत जिले के विभिन्न थानों में पूर्व में घटित अपराधों के 85 आरोपियों से पूछताछ कर समझाइश दी गई है एवम 80 आरोपियों पर प्रतिबंधात्मक कार्यवाही की गई है। 06 विद्यालयों एवम छात्रावास में जागरूकता शिविर आयोजित किए गए हैं। इस प्रकार की गतिविधियां आगे भी जारी रहेंगी।
मनीष सोनी की रिपोर्ट