मामला जिले के चितरंगी जनपद पंचायत क्षेत्रांतर्गत ग्राम पंचायत क्षेत्र खटाई का है।
जहां कर्मकार पंजीयन के नाम पर खटाई सरपंच के पति नंदनी साहू द्वारा पंचायत अंतर्गत चिकनी ग्राम के आदिवासी जनता से कर्मकार पंजीयन बनवाने के नाम पर प्रत्येक हितग्राही से ₹500 वसूला जा रहा है।
अब सवाल खड़ा यह होता है कि क्या कर्मकार पंजीयन का पैसा भी लगता है,यदि हां तो क्यों? यदि नहीं तो क्यों वसूली जा रही राशि, या तो जांच के बाद ही खुलासा होगा,आखिर जांच भी कौन करेगा जब पंचायती अधिकारी कर्मचारी भ्रष्टाचार के नदी में गोता लगा रहे हैं, वैसे भी जनपद पंचायत चितरंगी के लिए कोई नई बात नहीं है। यहां आए दिन अक्सर इस तरह के कारनामे होते रहते हैं। गरीबों की मसीहा बताने वाली मौजूदा सरकार के भी दावे खोखले साबित हो रहे हैं।
सिंगरौली/सीधी से कैमरामैन सूर्य प्रताप सिंह चंदेल के साथ बाबू श्री मान सिंह चंदेल की ब्यूरो रिपोर्ट